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सात दिनों के सात विजयी तिलक

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  सात दिनों के सात विजयी तिलक ? सोमवार सोमवार का दिन भगवान् शंकर का दिन होता है तथा इस वार का स्वामी ग्रह चंद्रमा हैं। चंद्रमा मन का कारक ग्रह माना गया है। मन को काबू में रखकर मस्तिष्क को शीतल और शांत बनाए रखने के लिए आप सफेद चंदन का तिलक लगाएं। इस दिन विभूति या भस्म भी लगा सकते हैं। मंगलवार मंगलवार को हनुमानजी का दिन माना गया है। इस दिन का स्वामी ग्रह मंगल है। मंगल लाल रंग का प्रतिनिधित्व करता है। इस दिन लाल चन्दन या चमेली के तेल में घुला हुआ सिंदूर का तिलक लगाने से ऊर्जा और कार्यक्षमता में विकास होता है। इससे मन की उदासी और निराशा हट जाती है और दिन शुभ बनता है। बुधवार बुधवार को जहाँ माँ दुर्गा का दिन माना गया है वहीं यह भगवान् गणेशजी का दिन भी है। इस दिन का ग्रह स्वामी है बुध ग्रह। इस दिन सूखे सिंदूर ( जिसमें कोई तेल न मिला हो ) का तिलक लगाना चाहिए। इस तिलक से बौद्धिक क्षमता तेज होती है और दिन शुभ रहता ...

शान्ति और शुभता के लिए

जय माता दी  घर में शान्ति और  शुभता के लिए हर गुरुवार  घर में शान्ति और शुभता के लिए हर गुरुवार हल्दी को जल में घोलकर एक पान के पत्ते की सहायता से अपने घर में छिडकाव करें। इससे घर में लक्ष्मी का वास तथा शांति भी बनी रहती है। अवश्य करके देखें लाभ मिलेगा ! धन्यवाद ! अन्य पोस्ट देखने के लिए  HOME AND ASTRO LIST , MORE POST पर क्लिक करें कुण्डली अध्ययन के लिए संपर्क करे श्री संत ज्योतिष ज्ञान पीठ पंडित प्रियेश मौद्गिल Mobile No. +91 9996391452

शस्त्रों में सूतक-पातक विचार

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                 शस्त्रों में सूतक - पातक विचार .....! सूतक लग गया , अब मंदिर नहीं जाना तक ऐसा कहा - सुना तो बहुत बार , किन्तु अब इसका अर्थ भी समझ लेना ज़रूरी है !!! सूतक - सूतक का सम्बन्ध " जन्म के " निम्मित से हुई अशुद्धि से है ! - जन्म के अवसर पर जो नाल काटा जाता है और जन्म होने की प्रक्रिया में अन्य प्रकार की जो हिंसा होती है , उसमे लगने वाले दोष / पाप के प्रायश्चित स्वरुप " सूतक " माना जाता है ! - जन्म के बाद नवजात की पीढ़ियों को हुई अशुचिता :- 3 पीढ़ी तक - 10 दिन 4 पीढ़ी तक - 10 दिन 5 पीढ़ी तक - 6 दिन ध्यान दें :- एक रसोई में भोजन करने वालों के पीढ़ी नहीं गिनी जाती ... वहाँ पूरा 10 दिन का सूतक माना है ! - प्रसूति ( नवजात की माँ ) को 45 दिन का सूतक रहता है ! - प्रसूति स्थान 1 माह तक अशुद्ध है ! इसीलिए कई लोग जब भी अस्पताल से घर आते हैं तो स्नान करते हैं ! - अपनी पुत्री :- पीहर में जनै त...