BEEJ MANTRA बीज मन्त्र
BEEJ MANTRA शास्त्रों में अनेकों बीज मन्त्र कहे हैं, आइये बीज मन्त्रों का रहस्य जाने- नवार्ण मन्त्र रहस्य :- **************** ||ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाये विच्चे|| क्या होता हैं , क्यों करते हैं यदि ये पूछा जाये तो बहुत से सामान्य लोग (जो साधक नहीं हैं ।) हमेशा अनुत्तरित रह जाते हैं । ये माता का मन्त्र हैं इसलिए करते है कहकर शांत हो जाते हैं । मै प्रयास कर रहा हूँ की आमजन ये जाने की इस मन्त्र का अर्थ क्या है । एक एक वर्ण का अर्थ लिख रहा हूँ । ऐं -------- यह ज्ञान प्रदात्री सरस्वती का बीज मन्त्र है । गुरु बीज मन्त्र भी है । इसे वाक् बीज भी कहते है । वाणी की अधिदेवता अग्नि है, सूर्य तेज रूप अग्नि ही है । सूर्य से ही दृष्टि मिलती है । दृष्टी सत्य की पीठ है । यही सत्य परब्रह्म हैं । इस प्रकार "ऐं" का उदय अग्नि है मणिपूर आयतन वाक् शक्ति का विशुद्धचक्र विकास जिह्लाग्र भाग है । इस मन्त्र का जापक विद्वान् हो जाता है । सरस्वती राहस्योपनिषद् , योग शिखोपनिषद् ग्रंथो मै इस बीज मन्त्र के विस्तार , प्रयोग एवं महत्त्व को देखा जा सकता है ----...