God Ganesh गणेश जी प्रसन जीवन प्रसन, सभी परेशानियों का संपूर्ण समाधान
एक सुपारी पीले कपड़े के आसान पर विराजमान करे सुपारी गणेश जी का रूप माना जाता है ! पांच सोमवार- के- सोमवार तक दो लड्डू का भोग लगा के चावल अर्पित करे कुमकुम लगायें ! लड्डू का प्रसाद बच्चों में बांटे या गाय को दे , पांच सोमवार के बाद आसान सुपारी और अर्पित चावल जल प्रवाह कर दे हर मनोकामना के लिए कर सकते है !
यदि आपके कार्यो में विघ्न होता है और किसी अन्य प्रकार की परिस्थिति जैसे पति - पत्नी का मनमुटाव ( अनबन ) , परिवार कलह ,व्यापार में घाटा , कोर्ट केस , नौकरी में झंझट , तरक्की में रुकावट या अन्य विघ्न - बाधा आपको सताती है तो आप इस सरल मंत्र जप से उन पर विजय प्राप्त कर सकते हो
'' ॐ गं गणपतये नमः '' अनेक विद्वानों ने इन्हे कलियुग का सर्वोत्कृष्ट देवता मना है !
125000 जप करने से सभी बाधाओं को दूर कर मनोवांछित इच्छा पूरी होती है !
यदि कोई व्यक्ति एक सुपारी को गणेश जी के चरणों में रखकर गणेश जी एवं लक्ष्मी जी का कोई एक मंत्र 108 बार जपे और रोजाना इसे धूप-दीप दिखाएं तो ऐसा करने से सोयी हुई किस्मत जाग जाएगी। इससे आपके बिगड़े हुए काम भी संवरने लगेंगे।
अगर आपके घर में हमेशा लड़ाई-झगड़ा होता रहता है 'जय गणेश काटो क्लेश' मंत्र का 21 बार जाप करें। ऐसा करने से कलह खत्म हो जाएगी। हर सोमवार को जरूर करे !
अगर कोई चलता हुआ काम रुक जाता है या पैसों की कमी की वजह से आप कोई नया काम शुरू कर नहीं पाते , या पैसों की स्थिति कभी सही नहीं रहती हमेशा उतार चढ़ाव रहता है तो आज आपको एक उपाय बताने जा रहा हूं ।
बुधवार के दिन से शुरू करके एक पान के पत्ते पर हरी इलायची, दूर्वा , बूंदी का लड्डू रखकर गणेश जी को अर्पित करे।
लाभ लें।
इसके इलावा मंगल विधान के लिए गणेश जी के 12 नामों का प्रातः काल पाठ करना चाहिये ! इससे जपकर्ता के विघ्न दूर होंगे !
विवाह कार्य या पारिवारिक समस्या के लिए उपरोक्त तरीके से 'ॐ वक्रतुंडाय हुं'
का प्रयोग करें।
शक्ति विनायक गणपति : इनकी आराधना करने से व्यक्ति सर्वशक्तिमान होकर उभरता है।
दुकान में बरकत ना हो तो
दुकान में अपनी जिनकी, जिनका अपना कारोबार है, अपना कुछ काम धंधा करते हैं और दुकान-धंधे में बरकत नहीं तो क्या करें ? सुबह घर से पूर्ब दिशा की ओर मुँह करके तिलक करके जायें | दुकान में जाके थोडा सा कपूर जला ले, गुरुदेव और गणपतिजी की तस्वीर रखें और गणेश गायत्री मंत्र बोलें -
एकदंताय विद्यमहे वक्रतुंडाय धीमहि | तन्नोदंती प्रच्चोदयात ||
ये गणेश गायत्री मंत्र पांच बार, ग्यारह बार बोल ले अपने आप सही होने लगेगा |
➡ पैसा नौकरी बिजनेस हर समस्या का हल है ये उपाय
भगवान श्री गणेश को पूजा में रेशमी दुपटटा चढ़ाएं। दाम्पत्य जीवन में प्रेम और विश्वास बढ़ेगा।
भगवान श्री गणेश को पांच तरह के लड्डुओं का भोग लगाएं। भौतिक सुख-सुविधाएं मिलेंगी।
श्री गणेश का अभिषेक गाय के कच्चे दूध (बिना उबला) से करें। धन की कमी पूरी होगी।
स्फटिक से बनी श्री गणेश की मूर्तियाँ भक्तों को बांटें। समाज में मान-सम्मान मिलेगा।
श्री गणेश को ताजी, हरी दूर्वा चढ़ाएं। मानसिक और शारीरिक परेशानियां दूर होगी।
श्री गणेश को सिंदूर चढ़ाएं। ऑफिस और परिवार में चल रही समस्याएं समाप्त होंगी।
आम के पत्तों से भगवान श्री गणेश की पूजा करें। सभी तरह के रोग ठीक होने लगेंगे।
भगवान श्री गणेश को गुड, चीनी और दही का भोग लगाएं। आने वाले संकटों से बचेंगे।
भगवान श्री गणेश का पंचामृत से अभिषेक करें। पैसों से संबंधित फायदा होने के योग बन सकते हैं।
तांबे के सिक्के को काले धागे में बांधकर श्री गणेश को चढ़ाएं। धन लाभ होगा।
भगवान श्री गणेश को गुलाब के 21 फूल चढ़ाएं। संतान संबंधी समस्या का निदान होगा।
पीले रेशमी कपड़ा भगवान श्री गणेश को अर्पित करें। नौकरी व व्यापार में लाभ होगा।
ये 12 नाम बोलकर करें श्रीगणेश की पूजा, हर काम में मिलेगा किस्मत का साथ
श्लोक-
प्रथमं वक्रतुण्ड च एकदन्तं द्वितीयकम्, तृतीयं कृष्णपिड्गाक्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम्।।
लम्बोदरं पंचमं च षष्ठं विकटमेव च, सप्तमं विघ्नराजेन्द्रं धूम्रवर्ण तथाष्टमम्।।
नवमं भालचन्द्रं च दशमं तु विनायकम्, एकादशं गणपतिं द्वादर्श तु गजाननम्।।
द्वादशैतानि नामानि त्रिसंध्यं यः पठेन्नरः, न च विध्नभयं तस्य सर्वसिद्धिकरं परम्।।
श्लोक का अर्थ-
पहला नाम है वक्रतुण्ड, दूसरा एकदन्त, तीसरा कृष्णपिड्गाक्ष, चौथा गजवक्त्र, पांचवां लम्बोदर, छठा विकट, सातवां विघ्नराजेन्द्र, आठवां धूमवर्ण, नौवां भालचन्द्र, दसवां विनायक, ग्यारहवां गणपति और बारहवां नाम गजाजन है। जो मनुष्य प्रतिदिन भगवान गणेश के इन बारह नामों का जप करता है, उसके सभी विघ्न (परेशानियां) खत्म हो जाती हैं।
इन 12 नामों का पाठ करने से मिलते हैं कौन-से लाभ-
श्लोक-
विद्यार्थी लभते विद्यां, धनार्थी लभते धनम्।
पुत्रार्थी लभते पुत्रान्, मोक्षार्थी लभते गतिम्।।
अर्थात- भगवान गणेश के इन बारह नामों का पाठ करने से विद्या चाहने वाले को विद्या, धन चाहने वाले को धन, पुत्र चाहने वाले को पुत्र और मोक्ष की इच्छा रखने वाले को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
➡ 1. विद्या की प्राप्ति
भगवान गणेश को बुद्धि का देवता माना जाता है। अच्छी बुद्धि और विद्या के लिए श्रीगणेश की पूजा-अर्चना की जाती है। श्रीगणेश-अंक के अनुसार, जिस भी मनुष्य को अच्छी विद्या पाने की इच्छा हो, उसे भगवान गणेश के इन 12 नामों का पाठ करना चाहिए। नियमित रूप से इनका जप करने से भगवान गणेश की कृपा हमेशा बनी रहती है और मनुष्य की हर मनोकामना पूरी होती है।
➡ 2. धन की प्राप्ति
भगवान गणेश को सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। जिस भी मनुष्य को धन-संपत्ति पाने की इच्छा हो, उसे पूरी श्रद्धा के साथ भगवान गणेश के इन बारह नामों का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से घर से दरिद्रता कम होती है और धन-धान्य में वृद्धि होती है।
➡ 3. संतान की प्राप्ति
भगवान गणेश के इन बारह नामों को चमत्कारी माना जाता है। इनके जप से मनुष्य की हर मनोकामना जरूर ही पूरी होती है। संतान चाहने वाले दंपत्ति को रोज सुबह और शाम इनका पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से उनकी संतान पाने की इच्छा पूरी होती है।
➡ 4. मोक्ष की प्राप्ति
भगवान गणेश प्रथम पूज्य माने जाते है। किसी भी काम की शुरुवात में सबसे पहले उनका पूजन किया जाता है। भगवान गणेश की आराधना करने से मनुष्य को अपने पापों से मुक्ति मिलती हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। भगवान गणेश के इन बारह नामों का पाठ करने से मनुष्य को धरती पर ही स्वर्ग के समान सुख मिलते है।
गणेश जी को वरदान प्राप्त है की जब कही भी, कोई भी धार्मिक अनुष्ठान किया जाएगा, सर्वप्रथम गणेश जी की ही पूजा होगी, तभी वह अनुष्ठान प्रारम्भ होगा। 🐘और सम्पूर्ण रूप से शुभता देने वाला होगा।🐚 गणेश जी के इस मंत्र द्वारा सिद्धि की प्राप्ति होती है।
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।।
संपूर्ण समाधान 🕉️
इन मंत्रों का जप लाल चंदन की माला से एकाग्रता पूर्वक करना हैं ।
1- मुकदमे में सफलता प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जप करें ।
।। ॐ वर वरदाय विजय गणपतये नमः ।।
2- वाद-विवाद, कोर्ट कचहरी में विजय प्राप्ति के लिए एवं शत्रु भय से छुटकारा पाने के लिए इस मंत्र को जपें ।
।। ॐ गं गणपतये सर्वविघ्न हराय सर्वाय सर्वगुरवे लम्बोदराय ह्रीं गं नमः ।।
3- इस मंत्र के जप से यात्रा में सफलता मिलती हैं ।
।। ॐ नमः सिद्धिविनायकाय सर्वकार्यकर्त्रे सर्वविघ्न प्रशमनाय सर्व राज्य वश्य कारनाय सर्वजन सर्व स्त्री पुरुषाकर्षणाय श्री ॐ स्वाहा ।।
4- यह हरिद्रा गणेश साधना का चमत्कारी मंत्र हैं, इसके जप से सर्वत्र मंगल ही मंगल होता हैं ।
।। ॐ हुं गं ग्लौं हरिद्रा गणपत्ये वरद वरद सर्वजन हृदये स्तम्भय स्वाहा ।।
5- इस मंत्र का श्रद्धापूर्वक जप करने से गृह कलेश दूर होता है एवं घर में सुखशान्ति बनी रहती हैं ।
।। ॐ ग्लौं गं गणपतये नमः ।।
6- इस मंत्र के जप से दरिद्रता का नाश होकर, धन प्राप्ति के प्रबल योग बनने लगते हैं ।
।। ॐ गं लक्ष्म्यौ आगच्छ आगच्छ फट् ।।
7- व्यापार से सम्बन्धित बाधाएं एवं परेशानियां निवारण एवं व्यापर में निरंतर उन्नति हेतु ।
।। ॐ गणेश महालक्ष्म्यै नमः ।।
8- भयानक असाध्य रोगों से परेशानी होने पर, उचित ईलाज कराने पर भी लाभ प्राप्त नहीं हो रहा हो, तो पूर्ण विश्वास सें इस मंत्र का जप करने से या किसी साधक से करवाने पर रोगी धीरे-धीरे रोगी रोग मुक्त हो जाता है ।
। । ॐ गं रोग मुक्तये फट् ।।
9- इस मंत्र के जप से कई मनोकामनाएं पूर्ण होने लगती हैं ।
।। ॐ अन्तरिक्षाय स्वाहा ।।।
10- इस मंत्र का जप करने से उत्तम संतान की प्राप्ति होती हैं ।
।। गं गणपत्ये पुत्र वरदाय नमः ।।
11- यह ऋण हर्ता मंत्र हैं । इस मंत्र का नियमित जप करने से गणेश जी प्रसन्न होते है और साधक का ऋण चुकता होने लगता है । कहा जाता है कि जिसके घर में एक बार भी इस मंत्र का उच्चारण हो जाता है, उसके घर में कभी भी ऋण या दरिद्रता नहीं आ सकती ।
ॐ श्री गणेश ऋण छिन्धि वरेण्य हुं नमः फट ।
कुण्डली अध्ययन के लिए संपर्क करे
श्री संत ज्योतिष ज्ञान पीठ
पंडित प्रियेश मौद्गिल
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