कुण्डली में जाने कब बनता है शुभ व राज योग
कुण्डली में जाने कब बनता है
( शुभ व राज योग )
जन्म कुण्डली में भाव और भावेश कुछ अति शुभ योगो का निर्माण करते है शुभ और अशुभता को दर्शाते है
शुभ ग्रह और अशुभ ग्रह दोनों ही फल देने सक्षम होते है ! जिनका अनुमान कुंडली अध्यन करके ही लगाना चाहिए ! और उनकी स्थिति ही शुभता और अशुभता का निधारण करती है
आइए जाने कुण्डली में बनने वाले राजयोग और शुभता दर्शाने वाले चमत्कारी संबंध
जब लग्न का सम्बन्ध नवम भाव से
जब लग्न का सम्बन्ध दशम भाव से
जब नवम का सम्बन्ध दशम भाव से
उपरोक्त तीनो का सम्बन्ध आपस में
और एकादश भाव से !
त्रिकोण का सम्भन्ध लग्न से , दूसरे भाव का स्वामी एकादश में , नवम भाव में गुरु शुक्र की दृष्टि और युति ,
लग्नेश व द्धितीयेष की युति पंचन में हो तो जातक भाग्यवान होता है ! नवमेश द्धितीयेष का सम्बन्ध शुभ होता है
जो जातक अपने जीवन काल में खूब उन्नति देते है इससे दिखता है क़ी कुण्डली कितनी शुभ है !
नोट : -
उपरोक्त सभी पाप ग्रह से पीड़ित न हो और त्रिक भाव के स्वामी से दृष्ट न हो या युति अथवा सम्बन्ध इन योगो को कमजोर करता है !
( पं. प्रियेश मौद्गिल ) कुण्डली अध्ययन के लिए संपर्क करे : - 9996391452

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